अल्मोड़ा। सेक्टर हेड क्वार्टर सशस्त्र सीमा बल एसएसबी अल्मोड़ा में मानव तस्करी विषय पर एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया वर्कशॉप में एसएसबी के जूनियर व सीनियर अधिकारियों के अलावा सेक्टर हेड क्वार्टर के उप महा निरीक्षक अनुज थपलियाल व सहायक कमांडेंट सागर जोशी ने भी प्रतिभाग किया वर्कशॉप आयोजन करने का उद्देश्य मानव तस्करी से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर जवानों व अधिकारियों की समझ को बढ़ाना था चाइल्ड हेल्पलाइन सब सेंटर शर्ट के निदेशक दीपचंद्र बिष्ट ने रिसोर्स पर्सन के रूप में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मानव तस्करी के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी संयुक्त राष्ट्र की परिभाषा को स्पष्ट करते हुए उन्होंने बताया कि किसी व्यक्ति को बल प्रयोग कर डरा कर धोखा देकर हिंसा जैसे तरीकों से भर्ती तस्करी या बंधक बनाकर रखना मानव तस्करी कहलाता है इसमें पीड़ित व्यक्ति से देह व्यापार घरेलू काम गुलामी इत्यादि कार्य पीड़ित व्यक्ति की इच्छा के विरुद्ध कराए जाते हैं मीडिया रिपोर्टों के हवाले से दुनिया भर के मानव तस्करी के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए उन्होंने बताया कि मानव तस्करी आज एक क्षेत्र विशेष की समस्या ना हो कर एक वैश्विक समस्या है और इसके लगातार बढ़ते आंकड़े काफी चिंतनीय है मानव तस्करी किसी देश की सीमाओं के अंदर वह विभिन्न देशों के बीच बड़े पैमाने पर होती रही है मानव तस्करी दिनोंदिन और ज्यादा संगठित रूप ले रही है जो कि सभ्य समाज के सिद्धांतों के खिलाफ एक अमानवीय कृति है प्रत्येक वर्ष दुनिया में करीब 1.5 करोड़ों लोगों की खरीद-फरोख्त होती है और दुनिया में आज मानव तस्करी अवैध हथियार वन नारकोटिक ड्रग के बाद तीसरा सबसे बड़ा संगठित अपराध है दुर्भाग्यवश भारत दुनिया के 10 सबसे बड़े ज्यादा मानव तस्करी प्रभावित देशों में शामिल है उन्होंने कहा की चौकी एसएसबी की तैनाती भारत नेपाल एवं भारत भूटान सीमा पर होती है और नेपाल मानव मानव तस्करी का एक बड़ा स्रोत है वह भारत देश डेस्टिनेशन है नेपाल से वयस्क महिलाओं वह बच्चों को तस्करी के जरिए भारत नेपाल की खुली सीमा के माध्यम से भारत लाया जाता है और उन्हें बाल श्रम एवं देह व्यापार में धकेल दिया जाता है क्योंकि मानव तस्करी के शिकार सबसे ज्यादा नाबालिक बच्चे ही होते हैं नाबालिग लड़कियों को मुख्य रूप से देह व्यापार में डाला जाता है उन्होंने बताया कि यदि कहीं पर भी सशस्त्र सीमा बल के जवानों को इस तरह की परेशानी से उलझना पड़ता है तो बच्चों के मामले में उन्हें चाइल्ड हेल्पलाइन की मदद लेनी चाहिए उन्होंने बताया की 1098 एक टोल फ्री नंबर है उसका अधिक से अधिक उपयोग करें। उन्होंने बताया कि भारत का 1 ट्रांजिट रूट की तरह भी इस्तेमाल किया जाता है तस्करी के जरिए भारत से लोगों को विभिन्न देश देशों को विशेषकर मिडिल ईस्ट भेजा जाता है जहां पर उन्हें घरेलू कार्यों देह व्यापार व अन्य अवैध कार्यों में लगाया जाता है उन्होंने प्रतिभागियों को बताया कि मानव तस्करी से पीड़ित व्यक्ति व्रत तस्कर अनजाने में कुछ संकेत जरूर देते हैं उन्होंने प्रजेंटेशन के माध्यम से उन संकेतों को प्रतिभागियों को स्पष्ट रूप से समझाया वर्कशॉप में सेक्टर हेड क्वार्टर सशस्त्र सीमा बल अल्मोड़ा के अलावा 55 बटालियन पिथौरागढ़ की 11 वीं बटालियन डीडीहाट की चंपावत के जवानों व अधिकारियों ने ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभाग किया वर्कशॉप में चाइल्ड लाइन की ओर से कैलाश रौतेला नंदन सिंह बिष्ट अनीता लोहानी तथा एसएसबी अल्मोड़ा के इंस्पेक्टर डीएस बिष्ट, हेड कांस्टेबल नीरज चंद ,ललित मोहन, कांस्टेबल अशोक कुमार ,सनी शर्मा, रविंद्र सिंह ,अशोक नेगी और मोहम्मद आसिफ आदि उपस्थित थे।