अल्मोड़ा वरिष्ठ अधिवक्ता महेश प्रसाद टम्टा और डाॅ रूचि हरीश आर्या द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखण्ड के शिल्पकार और उनकी शिल्पकलाऐं पुस्तक का विमोचन अल्मोड़ा बारा मंडल विधायक मनोज तिवारी सहित शहर के गणमान्य लोगों द्वारा दिनांक 22 दिसम्बर 2024 को नगर निगम सभागार अल्मोड़ा में किया गया! पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पुस्तक के विषय में पुस्तक के लेखक एडवोकेट महेश प्रसाद टम्टा ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हमारे कुमाऊँ मण्डल के जितनी शिल्पकार जातियाँ हैं उन सभी के कलाओं के विषय में इस पुस्तक में लिखा गया है! उन्होंने कहा कि पहले अल्मोड़ा नगर में स्थित टम्टा मोहल्ला और ताम्र नगरी में सैकड़ों ताम्र शिल्पकार कार्य किया करते थे जिससे उनकी आजीविका चलती थी परंतु वर्तमान में सरकार की गलत नीतियों और मशीनिकरण ने ताम्र उद्योग को विलुप्ति के कगार पर पहुंचा दिया है! उन्होंने कहा जो पहले सौकड़ों ताम्र शिल्पी हुआ करते थे वो आज टम्टा मोहल्ला में सिर्फ चार ताम्र शिल्पकार बचे हुए हैं! कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथियों से उन्होंने कहा कि ताम्र शिल्पी को बचाने के लिए अपने अपने स्तर से प्रयास करें और इस धरोहर का संरक्षण करें! कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक मनोज तिवारी ने पुस्तक लेखन के लिए महेश प्रसाद टम्टा को बधाई देते हुए कहा कि आप के द्वारा लिखी गई पुस्तक हमारे नव युवाओं के ज्ञान सृजन के लिए उपयोगी होगी! उन्होंने कहा कि मैं अपने स्तर से पहले भी विधानसभा में ताम्र शिल्पियों को लेकर प्रशन उठा चुका हूँ और भविष्य में ताम्र शिल्पकारों की आवाज को विधनसभा पटल पर उठाऊंगा! कार्यक्रम में पूर्व नगर पालिका अध्य्क्ष प्रकाश जोशी ने अपनी बात रखते हुए पुस्तक लेखन के लिए महेश प्रसाद टम्टा को बधाई दी और कहा यह पुस्तक हमारे आने वाली पीढ़ी के लिए नजीर पेश होगी जिस का उपयोग हमारे युवा अपने शोध के लिए करेंगे! उन्होंने कहा कि हम सभी को ऐसी पुस्तकें लिखनी चाहिए जिससे हमारे पूर्वजों के कलाकौश का लिखीत संरक्षण हो सके! इनके अलावा कार्यक्रम में बार एसोसिएशन अल्मोड़ा के अध्यक्ष एडवोकेट महेश परिहार,अल्मोड़ा अरबन कोपरेटिव बैंक के पूर्व अध्यक्ष आनंद सिंह बगड़वाल, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष ललित लटवाल, ने अपनी बात रखी! अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समता अखबार के संपादक दयाशंकर टम्टा ने अपनी बात रखते हुए सबसे पहले पुस्तक लेखन के लिए एडवोकेट महेश प्रसाद टम्टा को बधाई दी और ताम्र शिल्पियों की पूर्व व वर्तमान की स्थिति को रखा! उन्होंने बताया कि किस प्रकार पहले पूरे कुमाऊँ मण्डल में ताम्र शिल्पियों को और लोहारों को गाँव गाँव में बसाया जाता था! उन्होंने कहा कि आज जितने भी गाँव आबाद है उन सभी को आबाद करने में शिल्पकार समाज के शिल्पियों का योगदान है! परंतु आजकल बेरोजगारी के कारण गाँव के गाँव खाली हो रहे हैं जिसके लिए सरकार को कुछ ऐसी नीति बनानी चाहिए जिससे पुनः गाँव आबाद हो सके! अंत में उन्होंने कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया! कार्यक्रम का सफल संचालन मुंशी हरि प्रसाद टम्टा धर्मशाला निमार्ण समिति के अध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता महेश चंद्र आर्या ने किया! कार्यक्रम में वरिष्ठ समाज सेवी हरीश लाल, सुरेश लाल, विनीत बिष्ट, डाॅ जे सी दुर्गा पाल, जंग बहादुर थापा, डाॅ बी एल आर्या, डाॅ मोहित टम्टा, कवींद्र पंत, बसंत बल्लभ पाण्डेय, दीप चंद्र जोशी, अनिरुद्ध टम्टा, इंजीनियर अनुराग टम्टा, कुमारी प्रियंका, नेहा, निशा टम्टा, सोफिया टम्टा, सुमित टम्टा, नेहा टम्टा, करन टम्टा, पियूष, राहुल टम्टा, दिपेश टम्टा, सावन टम्टा, डाॅ दिवाकर टम्टा, हरीश लाल, सुरेश लाल सहित दर्जनों सामाजिक राजनैतिक पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे!

 
                         
  
  
  
  
  
 