
नैनीताल मैजिक एंड आर्ट्स यूनिवर्सिटी फरीदाबाद हरियाणा द्वारा 15 फरवरी 2025 को एम बी आर ऑनरेरी डॉक्टरेट अवार्ड का आयोजन किया गया इस अवार्ड सेरेमनी की अध्यक्षता प्रोग्राम प्रेसिडेंट डॉ एमपी सिंह अंतर राष्ट्रीय रजिस्टर ट्रेनर जिला रेड क्रॉस सोसायटी फरीदाबाद गवर्नमेंट ऑफ़ हरियाणा मुख्य अतिथि विजेंद्र सिंह सोरोट जिला रेड क्रॉस सिक्योरिटी हरियाणा सरकार, पुरुषोत्तम सैनी डीटीओ हरियाणा सरकार, डॉ एस के रोहिल्ला एक्स डारेक्टर मेवाड़ यूनिवर्सिटी एवम डॉ सी पी यादव चेयरमैन ऑफ मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड फरीदाबाद हरियाणा की उपस्थिति में भारत के 18 अलग-अलग राज्यों से 56 लोगों अपने अपने राज्यों में शिक्षा एवं सामाजिक कार्यों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लोगों को मानद उपाधि से सम्मानित किया गया इसी क्रम में उत्तराखंड के नैनीताल जिले से अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक संगठन के संस्थापक, पूर्व महासचिव एवं शिल्पकार सभा के पूर्व महामंत्री रमेश चन्द्रा को उनके द्वारा उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों एवम शैक्षिक कार्यों लिए नामित कर उन्हें मानद उपाधि ऑनरेरी डॉक्टरेट अवार्ड से सम्मानित किया गया रमेश चन्द्रा वर्तमान में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय अधौड़ा भीमताल में कार्यरत हैं वे 25 वर्षों से अति दुर्गम क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं उनके द्वारा सामाजिक कार्यों के प्रति उनकी रुचि छात्र जीवन से रही है छात्र जीवन से अभी तक में सामाजिक कार्य करते हुए आ रहे हैं उन्होंने चोकोट उत्थान समिति 1993, क्रिस्टल कैडेट कॉरपोरेशन 1994 तथा उत्तराखंड में कुमाऊं गढ़वाल अनुसूचित जाति शिक्षक कल्याण समिति परिवर्तित नाम अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन 2007 के संस्थापक रहे हैं और इन संस्थाओं में रहकर कई सामाजिक कार्य किया रमेश चन्द्रा 2009 से 2023 तक 14 वर्ष तक लगातार शिल्पकार सभा के महामंत्री के पद पर रहे जहां उन्होंने शिल्पकार सभा एवं शिल्पकार समाज के उत्थान के लिए कई कार्य किए वहीं उत्तराखंड अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक संगठन के संस्थापक महासचिव रहते हुए लगातार 7 वर्षों तक कार्य कर उत्तराखंड के समस्त अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षकों को एक मंच पर लाने का सफल प्रयास किया उनके इन कार्यों को देखते हुए वर्ष 2010 में उन्हें दलित साहित्य अकादमी के द्वारा अंबेडकर स्कॉलरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया उनके कार्यों को देखते हुए मैजिक एंड आर्ट यूनिवर्सिटी फरीदाबाद हरियाणा ने उन्हें इस वर्ष में मानद उपाधि आनरेरी डॉक्टरेट अवार्ड से सम्मानित करने का फैसला लिया और उन्हें वहां बुलाकर इस अवार्ड से सम्मानित किया ।उनको इस उपाधि से सम्मानित करने पर समाज के लोगों ने उन्हें बधाई दी है।