देहरादून। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गोवा, पंजाब और मणिपुर के विधानसभा चुनाव का औपचारिक ऐलान हो गया है। इसके साथ ही 5 और राज्यों में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। 70 सीटों वाली उत्तराखंड विधानसभा का कार्यकाल 23 मार्च 2022 को खत्म हो जाएगा। इस वक्त राज्य में सियासी हलचल तेज है क्योंकि इस बार पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक),कांग्रेस, बीजेपी के साथ-साथ आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कई छोटे दल किस्मत आजमा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के लिए उत्तराखंड चुनाव सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण होगा। दरअसल इस राज्य की दो दशक से रवायत रही है कि हर 5 साल में सत्ता बदल जा रही है। सवाल ये है कि क्या इस बार उत्तराखंड में मिथक टूटेगा? इस बार पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की वोटिंग दो चरणों में होनी है। उत्तराखंड में 14 फरवरी को वोटिंग होगी। इसके अलावा 10 मार्च को उत्तराखंड में चुनाव के रिजल्ट सामने आ जाएंगे। पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि इस बार कोरोनावायरस गाइडलाइन के साथ चुनाव करवाए जाएंगे। कोरोनावायरस के बीच समय पर चुनाव करवाना हमारा कर्तव्य है। सभी 5 राज्यों में मतदान का समय 1 घंटे बढ़ा दिया गया है। चुनाव आयोग ने कहा कि कोरोना के बीच 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में सख्त प्रोटोकॉल का पालन कराया जाएगा। 14 फरवरी तक किसी भी तरह के रोड शो, रैली, पद यात्रा, साइकिल और स्कूटर रैली की इजाजत नहीं होगी। वर्चुअल रैली के जरिए ही चुनाव प्रचार की इजाजत होगी। जीत के बाद किसी तरह के विजय जुलूस भी नहीें निकाला जाएगा।
साभार – राज्य समीक्षा