देहरादून। युवा अवस्था जहां जुनूनों से भरा होता हैं वही उम्र के एक पड़ाव जीवन का अपनो के साथ मांगती हैं जिसे सरकारी विभाग भी एक उम्र के बाद उसे अपने घर परिवार के पास भेज देती हैं। आज हम एक ऐसे व्यक्तित्व की बात कर रहे हैं जो राजस्व विभाग में 19983 से पटवारी, नायव तहसीलदार व तहसीलदार के पदों पर जनपद चमोली, रुद्रप्रयाग व पौड़ी गढ़वाल बीरुखाल व धुमाकोट तहसील में अपने जीवन के अमूल्य जोश भरा छण दिए हैं वो व्यक्तित्व हैं जयबीर राम बधाणी जो सेवानिवृत्त हो गये हैं।
जयबीर राम बधाणी के सेवानिवृत्त होने पर उनका विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों व ग्रामीणों ने भभ्य स्वागत किया। बधाणी का कहना हैं जीवन एक अनमोल हैं जिसका एक मकसद होना चाहिए समाज की सेवा करने से बड़ा इस संसार में कोई बड़ा सम्मान व पुरस्कार नही हैं जिसका परिणाम मेरी सेवानिवृत्त पर देखने को मिला। आज जितने भी लोगो ने मुझे अपना आशीर्वाद मेरे सेवानिवृत्त पर दिया है में उन सभी का आभार व्यक्त करता हूं मैने अपने जीवन में विभागीय नियमों को ध्यान में रखते हुए लोगों की भलाई करना सीख हैं इसे में जबतक मेरा जीवन इस धरा में रहेगा उसे निभाता रहूंगा।
पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी ने कहा जयबीर राम बधाणी का जीवन एक प्रेरणास्रोत रहा हैं उनके व्यक्तित्व में हमेशा जन जन की सेवा की भावना रही हैं जिस प्रकार उन्होंने विभागीय कर्तव्यों को निभाते हुए कर्मनिष्ठा से लोगों की सेवा की हैं अपने अनुभवों का लाभ अब मानव सेवा में देंगे ऐसी अपेक्षा करते हुए जयबीर राम बधाणी को सेवानिवृत्त की हार्दिक बधाई देता हूँ। स्वागत कार्यक्रम में कान्ति देवी, कमला देवी आशा देवी, गंगा देवी, पार्वती देवी, हरीश चंद्र सोनी, दिनेश बधाणी, कृष्णा, रूपा चंद्रकला, गोविंद राम सोनी, मदनराम, रमेश राम आदि थे।