देहरादून। 02 नवंबर 2022 को अंबेडकर भवन शेवला कला देहरादून में, समस्त बहुजन संगठनों की सामूहिक आवाज के तत्वावधान में विभिन्न बहुजन संगठनों द्वारा एक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें सभी संगठनों द्वारा एक प्रस्ताव लाया गया जिसमें अंकिता भंडारी की तर्ज में मुकेश कुमार, पिंकी, जगदीश चंद्र, कुमारी मोनाली सुनील कुमार, वीरेंद्र राम, अंजली आर्या, की हत्याओं का संज्ञान लेने, सीबीआई जांच कर शीघ्र गिरफ्तारी तथा फास्ट ट्रेक कोर्ट में उच्च न्यायालय नैनीताल मैं मुकदमा चलाने के लिए अपील करने की मांग की गई तथा 25- 25 लाख मुआवजा पीड़ित परिवार को दिलाने के संबंध में ज्ञापन प्रेषित किया गया, भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षक मंच के राष्ट्रीय संयोजक दौलत कुंवर के आह्वान पर देहरादून में विभिन्न संगठन जब एकजुट हुए, जिसमें बिन्दुखत्ता लालकुआं नैनीताल से सर्व श्रमिक निर्माण कर्मकार संगठन तथा प्रगतिशील युवा संगठन, युवा शिल्पकार समाज संगठन के कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की , सभी संगठनों की एकजुटता से उत्तराखंड की पुलिस एक्टिव हो गई तथा 1 साल से फरार पिंकी का हत्यारा गुलाब सिंह को आज सुबह ही मुंबई से गिरफ्तार कर लिया जाता है, यह इस आंदोलन के संघर्ष की छोटी सी जीत थी। आगे की रणनीति बनाते हुए सभी संगठनों ने यह निर्णय लिया की अगर सरकार के समक्ष रखी गई मांगों पर 15 दिन के अंदर कार्यवाही नहीं होती है तो दिल्ली में भारत के सभी संगठनों द्वारा दिल्ली के जंतर मंतर में एक विशाल प्रदर्शन किया जाएगा जिसमें उत्तराखंड में जाति व्यवस्था से हो रही हत्याओं को पूरे देश के स्तर पर उठाया जाएगा, जिससे पता चल सके कि उत्तराखंड में किस प्रकार जाति व्यवस्था विभत्स रूप से विद्यमान है। दिल्ली सरकार के विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने सभा मे अपने विचार रखे, सरकार को न्याय देने में भेदभाव करने का आरोप लगाया। प्रगतिशील युवा संगठन के अध्यक्ष रमेश कुमार ने भी सभा को संबोधित किया, तथा सर्व श्रमिक निर्माण कर्मकार, के महामंत्री कुंदन कोहली, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद, मंत्री ललित कोहली, युवा शिल्पकार समाज संगठन के अध्यक्ष शंकर राम, दिव्यांग समिति के अध्यक्ष शंकर लाल ,ने पूरे आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के विभिन्न संगठनों से जुड़े सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।