
देहरादून 17 दिनांक 2023 को विभिन्न संठनों ने देहरादून महापौर के आने वाले चुनाव और उस पर आज तक के वर्ग वार चुने गए प्रतिनिधियों को देखते हुए उसमें आरक्षण की स्थिति का जायजा लिया । जिसमें पाया गया कि पहले दिन से आज तक देहरादून मेयर का पद अनुसूचित जाति जनजाति के लिए आरक्षित नहीं हुआ । यह अनुसूचित जाति की अनदेखी है । प्रदेश में 19% अनुसूचित जाति के लोग हैं । रोस्टर के मुताबिक सर्वप्रथम पहला पद और फिर पाचवां पद अनुसूचित जाति को मिलना चाहिए था जो नहीं किया गया।सभी संठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि आरक्षण नीति को तोड़ मरोड़ करके सरकार कोई निर्णय न लें। वरना अनु जाति के लोग आंदोलन करेंगे। इसलिए इस बार देहरादून मेयर पद को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया जाए । यह भी कहा गया कि इसमें महिला या पुरुष नहीं होता यह सीधा अनुसूचित जाति का आरक्षण होता है । इस संबंध में चुनाव आयुक्त तथा शहरी विकास मंत्री को ज्ञापन देकर मांग की गई है ।ज्ञापन देने वाले संगठनों में भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज भावाधस, भीम आर्मी राष्ट्रीय एकता मिशन, अखिल भारतीय अंबेडकर विकास समिति तथा अन्य संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।