
बागेश्वर। बागेश्वर जनपद के पगना व बेहरगांव में गोलज्यू हैं। गंगनाथ सोपस्टोन को खनन पट्टा दिए जाने के प्रयास का ग्रामीणों ने विरोध किया है। है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय के पर प्रदर्शन किया तथा सांसद अजय टम्टा क के खिलाफ भी नारेबाजी की ग्रामीणों ने खड़िया खान का सीमांकन में मनमानी नयां करने का आरोप लगाया, इस दौरान जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर कहा कि के यदि ग्रामीणों की बात नहीं सुनी तो ग्रामीण कों उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। पगना व बेहरगांव के ग्रामीण शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे तथा पूठ उन्होंने प्रदर्शन किया। इस दौरान आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि ना बेहरगांव के ग्रामीण पगना में भी नाप भूमि आदि के हकदार हैं तथा गोलज्यू गंगनाथ मिनरल्स द्वारा पगना में खनन के लिए भूमि का सर्वे करवाने के लिए आवेदन किया है। कहा कि पूर्व में राहुल टम्टा द्वारा ग्रामीणों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया तथा स्वयं को यहां का निवासी बताते हुए अनापत्ति ली, परंतु बाद में इसमें संजय टम्टा को पार्टनर बना लिया जो ग्रामीणों के साथ धोखा है। कहा कि ग्रामीणों का मुख्य व्यवसाय कृषि है तथा इस भूमि में उन के
सिंचाई नहर, रास्ते, पनघट व मंदिर हैं खनन होने से ग्रामीणों के समक्ष पैदावार होने का संकट उत्पन्न होगा। कहा कि जिस भूमि में खड़िया खनन के लिए आवेदन किया है वहां पर आवासीय मकान हैं तथा इससे इन मकानों को खतरा होने की संभावना है। ग्रामीणों ने खान मालिक को मिले आशय पत्र को निरस्त किए जाने की मांग की है। धरना प्रदर्शन करने वालों में आशा देवी, प्यारे लाल, मुन्नी देवी आदि दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे। वही पहले गांव के दूसरे पक्ष द्वारा खनन का विरोध किया था, वही पूर्व में उनके द्वारा विरोध किया गया था, पर ग्राम प्रधान सहित दूसरे पक्ष के लोग अब पट्टाधारक के पक्ष में आए हैं, वही अब पहले दूसरे गुट का विरोध फिर पक्ष में आना उसके बाद फिर दूसरे पक्ष के विरोध में आने से ग्रामीणों का शिष्टमण्डल जिलामुख्यालय में धरना देने आने से ग्रामवासियों का आंदोलन में पहुँचना प्रशासन के लिए भी टेड़ी खीर बन गया है, अब देखने वाली बात है कि खनन पट्टाधारक की किसी बड़े रसूखदार से सम्पर्क होना भी चचाओं में है, अब देखने वाली बात है कि प्रशासन द्वारा खनन पट्टाधारक को विरोध के बीच खनन की स्वीकृति दी जाती है या इस पर ग्रामीणों को मनाने के बाद ही स्वीकृति दी
सांसद के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। इस दौरान एडीएम सीएस इमलाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि ग्रामीणों का अहित नहीं होने दिया जाएगा। इसके बाद ग्रामीणों ने अपना धरना स्थगित किया। प्रदर्शन करने वालों में सज्ज्न लाल टम्टा, दयानंद, महेश टम्टा, मोहन राम, राजंती देवी, पूरन लाल, दीपा देवी, राजू टम्टा, पवन राम, सहित दर्जनों ग्रामीण उपस्थित रहे!