
खरेही(बागेश्वर) दिनांक 2 मार्च 2023 को शिल्पकार सभा खरेही द्वारा खरेही क्षेत्र के पहले शिक्षक और प्रदेश के पहले सुपरवाईजर स्वर्गीय श्री जोगाराम जी की पुण्यतिथि के अवसर पर उनका स्मरण किया गया..
स्व.श्री जोगाराम जी के पुत्र ओम प्रकाश जी सेवानिवृत्त महाप्रबंधक भारतीय रिजर्व बैंक मुंबई के द्वारा अपने पैतृक गांव लोब में आयोजित सभा में बताया गया कि उनके पिता स्वर्गीय श्री जोगाराम जी का जन्म 1906 मैं ग्राम लोब में हुआ. अपनी प्रारंभिक शिक्षा खरेही क्षेत्र के सबसे पुराने विद्यालय चौगाँवछीना से पूर्ण करने के बाद. वहां इसी विद्यालय में शिक्षक नियुक्त हुए. खरेही क्षेत्र का यह विद्यालय उस समय मुंशी हरिप्रसाद टम्टा द्वारा स्थापित शिल्पकार सभा द्वारा संचालित किया जाता था.
जिसे बाद में जिला परिषद अल्मोड़ा द्वारा संचालित स्कूलों के साथ समायोजित कर दिया गया था. स्वर्गीय श्री जोगाराम जी की प्रथम नियुक्ति चौगांवछीना के विद्यालय में एक शिक्षक के रूप में हुई. 2 वर्ष तक यहां कार्य करने के पश्चात वह 1935 में शिल्पकार सभा द्वारा संचालित कुमाऊं गढ़वाल के स्कूलों के सुपरवाइजर नियुक्त हुए.
स्वर्गीय श्री जोगाराम जी के सुपुत्र श्री ओम प्रकाश जी (सेवानिवृत्त महाप्रबंधक भारतीय रिजर्व बैंक मुंबई ) द्वारा बताया गया कि उनके पिता स्वर्गीय श्री जोगाराम जी के समय में शिल्पकार सभा द्वारा अल्मोड़ा जिले में मुंशी हरिप्रसाद टम्टा जी द्वारा कृष्णा डे और कृष्णा नाईट के नाम से 24 स्कूल संचालित किए गए थे. जिनका सुपरविजन श्री जोगाराम जी के पास था. इस अवधि में उनके द्वारा 1930 के दशक में अपने गांव लोब में एक लाइब्रेरी खोली गई थी जिसमें उनके गांव के साथ-साथ आसपास के सभी समाजों लोग भी पढ़ने आया करते थे.इस दौरान उनके पास विद्यालयों के साथ साथ भूमिहीनों को भूमि प्रदान करने का काम भी था.
इस अवधि में उन्होंने मुंशी हरिप्रसाद टम्टा जी के सहयोग से कुमाऊं मंडल के तराई भाबर क्षेत्र सहित पर्वतीय क्षेत्रों में हरी नगर बसाने मैं महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उस समय इनका निरीक्षण भी उनके पास ही था.
वह भूमिहीनों को भूमि प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे. लेकिन अपने लिए उन्होंने इस पद पर रहते हुए कभी भी भूमि नही जुटाई उनके परिजनों और करीबी लोगों द्वारा कहा जाता था “आप लोगों को इतनी भूमिया प्रदान कर रहे हैं आप स्वयं और अपने परिवार वालों को भूमिया प्रदान क्यों नहीं करते थे “तो उनका कहना था कि “मेरा विभाग जो काम करता है भूमिहीनों के लिए करता है लेकिन मेरे और मेरे परिवार वालों के पास पहले से ही भूमि है.” उनके इन शब्दों से अपने कार्य के प्रति उनकी ईमानदारी का परिचय मिलता है. अपनी सेवा के दौरान उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए बहुत से लोगों को प्रेरित किया छात्रवृतियां व भूमि दिलाई और हरिप्रसाद टम्टा जी के साथ रहते हुए मुझे सबसे विश्वसनीय सहयोगी बने रहे और शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करते रहे.
देश की आजादी के बाद वह अल्मोड़ा जिले के समाज कल्याण विभाग उस समय इन विद्यालयों को (….. जो कि प्रतिबंधित शब्द है कल्याण विभाग के नाम से जाना जाता था ) में सुपरवाइजर नियुक्त हुए. उस समय अल्मोड़ा जिला पूरा कुमाऊं मंडल का इकलौता जिला था जिसमें सम्पूर्ण कुमाऊं मंडल सहित गढ़वाल क्षेत्र के कुछ भाग भी सम्मिलित थे.
1961 में वह सेवानिवृत्त हो गए. इसके पश्चात वर्तमान में राष्ट्रीय इंटर कॉलेज भटखोला जो कि उस समय प्रबंधन द्वारा संचालित जूनियर हाई स्कूल था. इस जूनियर हाई स्कूल को हाई स्कूल बनाने में श्री जोगाराम जी की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही. और हाईस्कूल बनने के बाद वह इस स्कूल के पहले प्रबंधक रहे. बाद में वह विद्यालय उत्तर प्रदेश सरकार के अधीन हो गया.
ग्राम पंचायत लोब एवं शिल्पकार सभा ख रेही द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में श्री ओम प्रकाश जी सेवानिवृत्त महाप्रबंधक भारतीय रिजर्व बैंक मुंबई ग्राम पंचायत लोब की ग्राम प्रधान श्रीमती बीना देवी बेह र गांव के प्रधान सुनील कुमार टम्टा शिल्पकार सभा के अध्यक्ष श्री पितांबर लोबियाल जी महामंत्री दीप प्रकाश शिक्षक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय कुमार टम्टा, सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता कार्यकर्ता नवल किशोर टम्टा जी द्वारा विचार व्यक्त किए गए. कार्यक्रम का संचालन नंदकिशोर टम्टा द्वारा किया गया.
इस अवसर पर सेवानिवृत्त शिक्षक श्री जोगाराम जी पूर्व सैनिक श्री सदी राम जी संतोष लोबियाल जी सहित ग्राम पंचायत लोब की महिलाएं बुजुर्ग और ग्रामीण जनता उपस्थित रही