
कैथल। हरियाणा सरकार शिक्षा सहित सभी जन सेवा के विभागों को कमजोर कर रही है ,वे उन्हें निजी हाथों की ओर धकेल रही है । यह आरोप आज जन शिक्षा अधिकार मंच के पड़ाव में धरने को संबोधित करते हुए सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) के नेता कामरेड सत्यवान कलायत ने लगाया, उन्होंने कहा कि हरियाणा व केंद्र सरकार लगातार जनकल्याण के विभागों का हर वर्ष बजट कम कर रही है ,व विभागों की सेवाओं को अपने चहेते कारपोरेट व पूंजी पतियों के हवाले कर रही है । बैंक, बीमा में सरकारी कंपनियों की बड़ी-बड़ी राशियां उन्हें उपलब्ध करवाई जा रही है व जनता के पैसों को हड़पकर वे पूंजीपति लोग विदेशों में स्थापित हो रहे हैं । एक आंकड़े के अनुसार अब तक बड़े बड़े धन्ना सेठों का 11 लाख करोड़ रूपया यानि बट्टे खाते में डाला जा चुका है, किसान नेता महेंद्र सिंह, रिटायर्ड कर्मचारी नेता मास्टर रामशरण राविश ने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि आज देश की अर्थव्यवस्था डांवाडोल है ,किसानी लगातार संकट की ओर बढ़ रही है । हर वर्ष लाखों किसान खेती से बाहर हो रहे हैं ,देश का युवा बिना रोजगार के दर-दर की ठोकरें खा रहा है और विदेशों की ओर भाग रहा है तथा नशे-अपराध से ग्रस्त हो रहा है ।युवा शक्ति की उर्जा का सदुपयोग नहीं हो पा रहा है, मजदूरों महिलाओं की स्थिति भी आए दिन बिगड़ती जा रही है। मजदूर काम से बाहर हो रहे हैं, महिलाओं पर लगातार अत्याचार बढ़ रहे हैं, वे अपने आप को पहले से अधिक असुरक्षित महसूस कर रही हैं ,छोटी छोटी बच्चियां भी यौन हिंसा का शिकार हो रही है । बच्चे बच्चियों की शिक्षा को भी लगातार स्कूल मर्ज कर व बंद करके बर्बाद किया जा रहा है, मिड डे मील की युनियन की नेत्रियां कविता व रितू भी पड़ाव पर पहुंची, उन्होंने बताया कि वे 6 महीनों से अपने मेहनताने के लिए लगातार आंदोलन करने पर मजबूर है ,आज के कार्यक्रम में बलजीत नैन,रामकरण फायर, बलवंत जाटान ,जयप्रकाश शास्त्री ओमप्रकाश ,बलवंत धनोरी, वीरभान हाबड़ी,अजमेर किठाना, आभेराम कसान,मामचंद खेड़ी सिंबल ,रणधीर सिंह डुंडवा, सतबीर सिंह, नफे सिंह, सुरेश द्रविड़ भी उपस्थित थे।