कैथल जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 366 वें दिन भी जारी रहा, धरने की अध्यक्षता बलजीत नैन ने की। उन्होंने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि सुरेश द्रविड़ द्वारा उठाए गए सभी सवाल जायज थे,जिस पर शिक्षा, महिला,बाल, युवा एवं खेल विभागों से संबंधित स्थायी संसदीय समिति ने भी अपनी मोहर लगा दी है। जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल शिक्षा नीति में सुधार चाहता था लेकिन मौजूदा सरकार के लोगों ने जन शिक्षा अधिकार मंच द्वारा दिए गए सुझावों को दरकिनार किया और शिक्षक नेता सुरेश द्रविड़ का उत्पीड़न भी शुरू कर दिया लेकिन अब संसदीय समिति द्वारा दी गई रिपोर्ट से स्पष्ट हो गया है कि मल्टीपल एंट्री एंड एग्जिट सिस्टम भारत में शिक्षा के लिए बेहद ख़तरनाक होगा। क्योंकि केंद्र सरकार की शिक्षा नीति को संसदीय समिति ने सही नहीं माना है। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ खण्ड सीवन के प्रधान रामफल दयोरा ने कहा कि जन शिक्षा अधिकार मंच द्वारा जारी आंदोलन को संसदीय समिति की रिपोर्ट से नई ऊर्जा और उत्साह मिला है तथा आंदोलनकारियों में और भी अधिक उत्साह बढ़ा है और हम यह आंदोलन जीतकर ही दम लेंगे।हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ के जिला प्रधान राजबीर पाई ने कहा कि 28 सितंबर 2023 को होने वाला प्रदर्शन ऐतिहासिक होगा और प्रदर्शन आज 3 से 5 बजे तक भाजपा कार्यालय कैथल पर किया जाएगा, जिसमें सभी शिक्षक संगठन भाग लेंगे।जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा दोपहर बाद 1 से 3 बजे तक पड़ाव स्थल पर शहीद भगत सिंह जयंती भी मनाई जाएगी और इसके पश्चात 3 बजे से 5 बजे तक भाजपा कार्यालय कैथल पर प्रदर्शन किया जाएगा। कल के प्रदर्शन में आशा वर्कर और आंगनबाड़ी वर्कर भी भाग लेंगी। धरने पर आज चरणजीत कौर, आशा, रीना खेड़ी, सुरेंद्र कौर खण्ड गुहला प्रधान,जीतो, चांदी कौर, बलवंत जाटान, सतबीर प्यौदा, मियां सिंह, हजूर सिंह, रामदिया सौंगल, रामदिया कसान, हुक्मचंद, रणधीर ढुंढ़वा, बलवंत रेतवाल, कलीराम प्यौदा,भीम सिंह रामेश्वर, दरबारा, जयप्रकाश शास्त्री, ऋषि राम गुराना आदि भी उपस्थित थे।