
देहरादून। उत्तराखंड में भर्ती घोटाले और पेपर लीक मामले में बीते कुछ महीनों से ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है. इसके बाद भी तमाम भर्ती परीक्षाओं में झोल-झाल की खबरें सामने आ रही हैं. जिसका जबाव देना राज्य सरकार और उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के लिए टेढ़ी खीर हो रहा है. इस सबके बाद भी राज्य सरकार लगातार भर्तियों में पूरी पारदर्शिता बरतने का यह आश्वासन दे रही है. इसी कड़ी में अब तक पेपर लीक मामले में 50 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी अब तक कर ली है. साथ ही अब 200 से अधिक अभ्यार्थियों पर प्रतिबंध लगाने की पूरी प्लानिंग कर ली गई है। उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग ऐसे 200 छात्रों पर आजीवन प्रतिबंध लगाने जा रहा है जिन्होंने लोक सेवा आयोग और पेपर लीक मामले में भूमिका निभाई. पुलिस मुख्यालय ने अपनी एक रिपोर्ट आयोग को सौंप दी है. जिसमें इन 200 से अधिक छात्रों के नाम, पते और पूरा विवरण दिया गया है. अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की स्थानक स्तरीय भर्ती परीक्षा का जब पेपर लीक हुआ था और यह पूरा खुलासा हुआ था. उसके बाद सचिवालय रक्षक भर्ती हो या फिर फॉरेस्ट गार्ड भर्ती मामले के पेपर की घटना इसके बाद ही एसआईटी ने अपनी जांच शुरू की थी. आयोग ने तमाम भर्तियों को रद्द भी कर दिया था. एसटीएफ ने जांच में पाया कि इस पूरे मामले पर कर्मचारी, अधिकारी और बाहर के लोग ही शामिल नहीं है बल्कि अभ्यार्थी भी बराबर के हिस्सेदार हैं।