देहरादून ऋषिकेश कृषि उत्पादन मंडी समिति में तैनात मंडी सहायक शेखर को भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा डॉक्टर अंबेडकर एक्सीलेंस राष्ट्रीय अवार्ड के लिए चयनित किया गया है। बकौल शेखर बाबा साहब के अनुयायी के रूप में विगत 25 वर्षों से जरूरत मंद शोषित व वंचित समाज के उत्थान और उन्हें जागरुक करने के लिए अपना योगदान देते आ रहा रहे! इस सन्दर्भ उन्होंने कहा कि उनके द्वारा कई संगठनों में पदाधिकारी रहकर उपरोक्त लोगों के अधिकारों के लिए अपनी सरकार से आवाज उठाई और उन्हें न्याय दिलाने के लिए सामाजिक संघर्ष में मुखर हो कर प्रतिभाग किया है। डॉक्टर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के अनुयाई के रूप में तथा संत शिरोमणि गुरु रविदास महाराज का विभिन्न क्षेत्रों में जाकर उनके जन्म दिवस मनाने हेतु शोभायात्रा और रैली निकालकर कई कार्यक्रम के साथ-साथ भंडारा का भी आयोजन किया है। कई जगहों पर अपने समाज के गरीबों के उत्थान के लिए भी कार्य किया है। अपने समाज को संगठित कर उनके संवैधानिक अधिकारों के संरक्षण के लिए संगठनों में पदाधिकारी रहकर भी कार्य किया है। कई जगह पर दलित उत्पीड़न के मामले आते हैं। उनको भी दंड दिलाने एवं न्याय दिलाने हेतु कार्य भी किया किया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने बताया कि सरकारी सेवक होने के बावजूद भी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में मैंने दर्जनों लोगों का इलाज करवाने के लिए सहयोग व समय-समय पर उनकी अपनी क्षमता के अनुसार आर्थिक मदद भी की है। इसलिए मुझे भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा डॉक्टर अंबेडकर एक्सीलेंस राष्ट्रीय अवार्ड के लिए चयनित किया गया है।