अल्मोड़ा दिनांक 25 दिसम्बर 2023 को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी समाज सेवी जोगा राम आर्य की 102 वीं जयंती बड़े धूम धाम से मनाई गई! देश की स्वतंत्रता के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी कुर्बानी दी थी। स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान की भी परवाह नहीं की। यूं तो देश की आजादी की लड़ाई में लाखों लोगों ने भाग लिया था। लेकिन इनमें कुछ ऐसे महामानव थे जो समाज के लिये एक आदर्श और प्रेरणा के रूप में उभरे। इन्ही में एक अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा विकास खंड के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जोगाराम आर्य का जन्म 25 दिसंबर 1922 को ग्राम मोतियापाथर में बची राम के घर में हुआ। वह अपने माता-पिता की बड़ी संतान थे। गांधीवादी विचारों से प्रेरित होकर सन् 1942 में वह मात्र 20 वर्ष की उम्र में आजादी के आंदोलन में कूद पड़े। उन्होंने अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई।
उन्होंने गांव-गांव घूम कर लोगों को आंदोलन में शामिल होने के लिए जागरूक किया। वह ग्राम सुधार समिति के अध्यक्ष, न्याय पंचायत सरपंच, लमगड़ा के ब्लॉक प्रमुख,ज्येष्ठ प्रमुख, सदस्य जिला तीस सूत्रीय कार्यक्रम, अध्यक्ष साधन सहकारी समितियों, ग्राम प्रधान सहित विभिन्न पदों पर रहे। जोगाराम का 3 मई 1997 को निधन हुआ। जोगा राम आर्य की 102 वीं जयंती 25 दिसंबर को श्री सैम देवल आदर्श रामलीला कमेटी नाटाडोल मोतियापाथर में मनाई। मुख्य अतिथि नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, विशिष्ट अतिथि विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल व पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में सैकड़ों लोग उपस्थित रहे!