कैथल हरियाणा आज दिनांक 07/03/2024 को जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल द्वारा जारी धरना आज 528 वें दिन भी जारी रहा, धरने की अध्यक्षता मामचंद खेड़ी सिम्बल ने की,मामचंद खेड़ी सिम्बल ने कहा कि देश में लोगों को आज इकट्ठा होने की जरूरत है और बड़े पैमाने पर जागृति अभियान चलाने की भी आवश्यकता है। हमें राजनैतिक बदलावों की अपेक्षा सामाजिक बदलाव के लिए अधिक से अधिक कार्य करना चाहिए क्योंकि जैसा समाज होता है वैसे ही राजनेता होते है। राजनैतिक बदलाव होते रहते है, समाज में न्याय स्थापित करने के लिए सामाजिक न्याय की सोच स्थापित करने की बेहद आवश्यकता है। इसके ऊपर आज हमें बहुत ही ध्यान देने की आवश्यकता है। नई शिक्षा नीति 2020 किसी भी प्रकार से खरी नहीं है और प्रदेश का शिक्षक वर्ग इससे बेहद नाराज है, क्या शिक्षकों की नाराज़गी के बावजूद इस नीति को ढोते रहना चाहिए, हरियाणा का शिक्षा विभाग द्वारा इतने अधिक पोर्टल और ऐप बना दिए गए हैं जो कि शिक्षकों के लिए जी का जंजाल बन गए हैं, बहुत से पोर्टल और ऐप तो ठीक प्रकार से कार्य भी नहीं कर रहे है,एम आई एस पोर्टल पर भी अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है,केवल घोषणाओं से ही शिक्षा व्यवस्था सुधरने वाली नहीं है,हरियाणा सरकार को धरातल की वास्तविकता को समझते हुए योजना बनानी चाहिए। मौलिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ नेता राजेश बैनिवाल व जिला प्रधान बलबीर सिंह ने कहा कि स्कूल प्रबंधन समितियां अपने लक्ष्य और उद्देश्यों पर खरी नहीं उतरी है।स्कूलों को दी जा रही ग्रांट अब शिक्षकों के लिए मुसीबत बनती जा रही है, सरकार और विभाग द्वारा निर्धारित नियमों में बंधकर कार्य करना बेहद मुश्किल है लेकिन फिर भी शिक्षकों को इसके लिए मजबूर किया जा रहा है और विशेष तौर पर प्राथमिक शिक्षकों को तो अनेकों समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, विभाग को इस ओर ध्यान देना चाहिए। जन शिक्षा अधिकार मंच कैथल के प्रैस प्रवक्ता सुरेश द्रविड़ ने स्कूल प्रबंधन समितियां पर पुनर्विचार करने की मांग की है। धरने पर आज रमेश हरित, वीरभान हाबड़ी, रणधीर ढुंढ़वा, महेंद्र कोच, बलवंत जाटान, बलवंत धनोरी, हजूर सिंह, मियां सिंह,बसाऊ राम, कर्मबीर सिरोही,वीरेंद्र कुमार आदि भी उपस्थित थे।