अल्मोड़ा। लोक चेतना मंच, रानीखेत द्वारा ‘हमारा भोजन व पोषण ‘ तथा ‘महिला किसान व अधिकार’को लेकर अल्मोड़ा जिले के भेसियाछाना ब्लॉक के मंगलता गांव से नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जागरूकता अभियान की अनूठी पहल की जा रही है।जिसकी शुरुआत मंगलता स्थित नारी एकता स्वायत्त सहकारिता केंद्र से की गई।जिसमें फेडरेशनों के सदस्यों। बी ओ डी मेम्बरों के अतिरिक्त स्थानीय जनता ने बढ़ चढ़ कर भागेदारी की और नाटकों में उठाये गए विषयों पर चर्चा में हिस्सा लिया।कार्यक्रम की संयोजक डॉ ऋतु सोगानी ने बताया कि वर्तमान में बाज़ारवाद की दौड़ में हम अपनी स्वस्थ परम्पराओं तथा पारंपरिक फसलों के पोषक तत्वों के महत्व को भूलते जा रहे हैं,और चिप्स, नूडल्स, चाउमिन ,मोमो, कोल्ड ड्रिंक की ओर आकर्षित हो रहे हैं।जबकि हमारी पुरानी फसले जो काफी पोषक हैं उन्हें छोड़ते जा रहे हैं।जिस कारण आज पहाड़ में 40 से 50 प्रतिशत महिलाएं खून की कमी का शिकार है। साथ ही पहाड़ में जहाँ महिलाएं कृषि की रीढ़ हैं किसान के दर्जे तक से मोहताज़ है।ऐसे में इन विषयों पर जागरूकता बढ़ाने की अत्यधिक आवशयक्ता है।उन्होंने बताया कि यह अभियान अल्मोड़ा के भेसियाछाना ब्लॉक से प्रारंभ हुआ है।जिसका समापन नैनीताल के धारी ब्लॉक के गहना गांव में किया जाएगा।कार्यक्रम में नारी एकता संगठन के कार्यकर्ता ,,लोक चेतना मंच, अल्मोड़ा, के अतिरिक्त स्थानीय लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। नाटकों की प्रस्तुति मां शारदा लोक कला समिति, अल्मोड़ा द्वारा की जा रही है।जिसमें दीवान राम जगत सिंह हेमा भट्ट, कविता, बीना, सुनील, राजेन्द्र प्रसाद, कविता बानी, गीता चम्याल, पार्वती देवी, कविता मेहता दीपा नेगी, सहित अनेक स्थानीय लोग शामिल थे।