हरियाणा सोनीपत में ठेका सफाई कर्मचारी एकता मंच संबंधित मूलनिवासी कर्मचारी कल्याण महासंघ, सहयोग बली सेना द्वारा 14 अप्रैल को राष्ट्रपिता ज्योतिबा फुले व राष्ट्रनिर्माता बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर की संयुक्त जयंती मनाई गई। यह बहुत ही ऐतिहासिक बात थी क्योंकि डॉ अम्बेडकर की जयंती किसी भी, बस्ती, मौहल्ले, संगठन या पार्टी द्वारा मनाई गई होगी लेकिन यह जयंती ठेका सफाई कर्मचारीयों द्वारा मनाई गई जिन्हें कई महिनों से वेतन नहीं मिला, जो एक जगह से संबंध नहीं रखते, जो ज्यादा पढ़े-लिखे भी नहीं थे, जो स्थाई कर्मचारी भी नहीं थे। इन ठेका सफाई कर्मचारीयों ने कोई भंढ़ारा भी नहीं लगाया, ये ठेका सफाई कर्मचारी कार्यक्रम के दौरान किसी भंढ़ारे में भी नहीं गए, हालांकि आस-पास ब्राह्म्णवादियों ने कई भंडारे लगाए हुए थे। यह कार्यक्रम बहुत बड़े परिवर्तन का संकेत है, इस कार्यक्रम में वैचारिक चर्चा ज्यादा हुई। इन ठेका सफाई कर्मचारीयों ने लिया महत्वपूर्ण फैसला कि सभी ठेका सफाई कर्मचारी अपने अपने बच्चों को उच्च से उच्च शिक्षित बनाएंगे और अपने बच्चों को सफाई कर्मचारी नहीं बनाएंगे, हालांकि एक सफाई कर्मचारी एक सैनिक से भी बढ़कर कार्य करता है, यह यह कार्य बहुत ही बहादुरी, त्याग और समर्पण का कार्य है। इन कर्मचारियों ने यह भी फैसला लिया कि सभी ठेका सफाई कर्मचारी अपने अपने घर एक एक मिठाई का डिब्बा लेकर जाएंगे और अपने घरों पर पांच पांच दीपक भी जलाएंगे। कई मायनों में यह कार्यक्रम बहुत ही ऐतिहासिक और प्रेरणादायक रहा, इस कार्यक्रम का संचालन ठेका सफाई कर्मचारी नेता मूo मुकेश कर्मा ने किया और अध्यक्षता मूo मुकेश टांक ने की, सुरेश द्रविड़ भी इस कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहा। यह कार्यक्रम कम्युनिटी सेंटर, पुरानी कचहरी, नजदीक सीआईए स्टाफ, काठमंडी रोड़, आर्य नगर, सोनीपत में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में उद्घाटक मूo अरविंद झंझोट प्रदेश उपाध्यक्ष, स्थानीय निकाय सफाई मजदूर संघ, उत्तर प्रदेश, मुख्य वक्ता अतिथि अनिल उज्जैनवाल केंद्रीय प्रशासनिक अधिकारी, केंद्रीय मंत्रालय, भारत सरकार, दिल्ली,विशिष्ट अतिथि वक्तागण सुरेश द्राविड़ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, बामसेफ) सुनिल निम्बरैन प्रदेश अध्यक्ष, मूलनिवासी कर्मचारी कल्याण महासंघ, हरियाणा व भारत कंडेरा व एडवोकेट मोहिनी कांगड़ा,कुलदीप बेदी थे।