देहरादून। “दि बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया उत्तराखंड” के राज्य महासचिव बौद्धाचार्य जितेंद्र सिंह बुटोइया की देखरेख में जनपद शाखा देहरादून का की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। इससे पूर्व बौद्धाचार्य बी डी बागशान एवं बौद्धाचार्य जयप्रकाश बौद्ध के द्वारा बुद्ध वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत की गई। तत्पश्चात राष्ट्रपिता ज्योतिबा फुले के 131 वे परिनिर्वाण दिवस पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उनके विचारों पर चलने का आह्वान किया गया। आदरणीय जय सिंह बौद्ध जी द्वारा धम्म देशना की गई । ओबीसी महासभा से आदरणीय कल्याण सिंह जी द्वारा अपने विचार रखे गए। समारोह का संचालन सोसायटी के गढ़वाल मंडल महासचिव एडवोकेट अजब सिंह कपूर जी द्वारा किया गया। सभी उपस्थित धम्म अनुयायियों की सहमति पर जिला अध्यक्ष जयपाल सिंह जी द्वारा कार्यकारिणी को भंग किया गया। इसके पश्चात सर्वसम्मति से मंडल महासचिव एडवोकेट अजब सिंह कपूर जी द्वारा नई जिला कार्यकारिणी का गठन करवाया गया । जिसमें जयपाल सिंह को पुनः अध्यक्ष चुना गया। उपाध्यक्ष पद पर बौद्धाचार्य जयप्रकाश बौद्ध एवं श्री वीरेंद्र सिंह उपाध्यक्ष, महिला उपाध्यक्ष तारा देवी, महासचिव इंजीनियर बबलू सिंह, कोषाध्यक्ष रामबाबू विमल, सचिव श्री छतर सिंह एवं श्री सतीश कुमार व महिला सचिव सुमन सिंह के साथ ही जिला कार्यकारिणी में सदस्य के रूप में विनोद कुमार मितोल, बी डी बागशान, शिवलाल गौतम, संदीप कुमार, संजय कुमार को चुना गया। प्रदेश महासचिव जितेंद्र सिंह बुटोइया द्वारा शाखा को केंद्रीय स्तर से प्राप्त मान्यता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया और बताया कि सोसाइटी की वार्षिक बैठक 7 दिसंबर 2021 को मुंबई में होगी, जिसमें प्रदेश की ओर से राज्य अध्यक्ष एवं महासचिव द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा, साथ ही वे बाबासाहेब के परिनिर्वाण दिवस कार्यक्रम में भी चैत्य भूमि में प्रतिभाग करेंगे। नवनियुक्त महासचिव इंजीनियर बबलू सिंह ने कहा कि धम्म का कार्य सोसाइटी के माध्यम से गांव गांव तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए क्षेत्रीय टीमों का गठन करते हुए कार्य को गति प्रदान की जाएगी। जागरूकता अभियान चलाते हुए समिति में सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाएगी। आदरणीय गढ़वाल मंडल के संरक्षक करताराम कीर्ति द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया और आगे भी सोसाइटी की बैठकों के लिए निरंतरता बनाए रखने की अपील की। सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया गया कि राज्य शाखा उत्तराखंड की सलाहकार समिति में आदरणीय करताराम कीर्ति, जयसिंह बौद्ध एवं प्रोफेसर जयपाल सिंह जी को शामिल किया जाए। इस अवसर पर मनोहर लाल, रणजीत सिंह, रघुराज सिंह राणा आदि उपस्थित रहे।