अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत कॉमन मिनिमम सिलेबस को लेकर कार्यशाला आयोजित हुई। महाविद्यालयों के प्रतिनिधियों को इस कार्यशाला में प्रशिक्षित किया गया।
इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी, परीक्षा नियंत्रक प्रो सुशील कुमार जोशी, संकायाध्यक्ष, कला और शोध एवं प्रसार निदेशालय के निदेशक प्रो. जगत सिंह बिष्ट , संकायाध्यक्ष विज्ञान प्रो. जया उप्रेती, संकायाध्यक्ष, वणिज्य प्रो. एम. एम. जिन्नाह, राष्ट्रीय शिक्षा नीति की समिति के समन्वयक एवं अधिष्ठाता शैक्षिक प्रो. शेखर जोशी, राष्ट्रीय शिक्षा नीति की समिति के सह संयोजक डॉ. भाष्कर चौधरी, डॉ पारुल सक्सेना आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।
मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन को लेकर विश्वविद्यालय ने बहुत परिश्रम किया है। भारत में प्रथम बार नई संरचना के साथ नवीन पाठ्यक्रम को लागू किया जा रहा है। हमारा विश्वविद्यालय एनईपी 2020 के क्रियान्वयन को लेकर विगत वर्ष से कार्य कर रहा है। विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी एवं सभी संकायों के अध्यक्ष इसको लेकर कार्य कर रहे हैं। भारत की प्राचीन ज्ञान पद्धति, प्राचीन परंपरा से जुड़ने के लिए यह पाठ्यक्रम निर्मित किया गया है। जिससे हमारे विद्यार्थी भारत के ज्ञान, विज्ञान, संस्कृति, परंपरागत ज्ञान आदि को जानेंगे। कुलपति प्रो भंडारी ने कहा कि वोकेशनल एवं सह पाठ्यचर्चा को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। जो विद्यार्थियों में मूल्यों की स्थापना करने एवं उन्हें शीघ्र रोजगार उपलब्ध कराने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने नवीन शिक्षा नीति को सफल बनाने के लिए अभी फैकल्टी को निर्देशित किया।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति की समिति के समन्वयक एवं अधिष्ठाता शैक्षिक प्रो. शेखर जोशी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के स्नातक स्तर पर लागू करने के संबंध में बात रखी।
डॉ भाष्कर चौधरी ने विश्वविद्यालय के समस्त परिसर एवं महाविद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप शिक्षण कार्य करने को लेकर प्रस्तुतिकरण दिया।
संकायाध्यक्ष विज्ञान प्रो. जया उप्रेती एवं डॉ पारुल सक्सेना ने कहा कि विज्ञान के विद्यार्थियों को विज्ञान के सब्जेक्ट पढ़ने होंगे। उन्होंने विज्ञान के विषयों की चर्चा की और एन ई पी 2020 के अनुरूप विज्ञान संकाय के पाठ्यक्रमों पर बात रखी।
कला संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. जगत सिंह बिष्ट ने कहा कि कला संकाय के विषयों के साथ कई वोकेशनल एवं सह पाठ्यचर्चा से संबंधित विषयों को समाहित किया गया है। सभी महाविद्यालयों के सदस्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सफल बनाने के लिए प्रयास करें। टीम वर्क के साथ सभी महाविद्यालय इस पाठ्यक्रम को क्रियान्वित करें।
संकायाध्यक्ष वाणिज्य प्रो एम एम जिन्नाह ने वाणिज्य विषय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के हिसाब से की गई तैयारियों को लेकर जानकारी दी।
परीक्षा नियंत्रक प्रो सुशील कुमार जोशी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर विश्वविद्यालय द्वारा कार्य किया जा रहा है। सभी विश्वविद्यालय की साइट में उप्लब्रह करा दिया जा रहा है।
कार्यशाला का डॉ. पारुल सक्सेना ने संचालन किया।
इस अवसर पर अधिष्ठाता परीक्षा प्रो. गिरीश चन्द्र शाह,प्रो हरीश जोशी, डॉ.नवीन भट्ट, डॉ. ललित चन्द्र जोशी,विनीत काण्डपाल,श्री अनूप बिष्ट, शेर सिंह बघरी, डॉ अवधेश तिवारी, डॉ हेम चन्द्र दुबे, डॉ हेमलता ओली, डॉ गोपाल राम, डॉ फकरुद्दीन राही, डॉ नागेंद्र पाल, डॉ शंकर कुमार, दिव्या पाठक, डॉ रेनू जोशी, डॉ रजनी शर्मा, डॉ शैलेन्द्र कुमार, डॉ जगदीश प्रसाद आदि सहित महाविद्यालयों के प्रतिनिधि शामिल हुए।