भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। दिनांक 1 सितंबर 2022 को अल्मोड़ा जनपद के भिकियासैण में अंतरजातीय प्रेम विवाह करने पर दलित युवक जगदीश चंद्र पुत्र केश राम निवासी ग्राम सभा पनवाद्योखन उसकी प्रेमिका गीता के सौतेले पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह ने जगदीश चंद्र को मौत के घाट उतार दिया। जगदीश का कसूर इतना था उसने स्वर्ण समाज की लड़की गीता से प्रेम विवाह किया था। जगदीश से भिकियासैंण के ही गांव वेल्टी की रहने वाली स्वर्ण समाज की युवती गीता से प्यार हो गया था युवती गीता अपने सौतेले पिता जोगा सिंह और सौतेले भाई गोविंद सिंह से पहले से ही प्रताड़ित थी गीता को कक्षा आठ से ही पढ़ाई छुड़वा कर उसे घर के कामों में लगवा दिया गया। बात बात में गीता के सौतेले पिता और सौतेली भाई द्वारा पीटा जाता था करीब 1 साल पहले गीता की मुलाकात जगदीश चंद्र से हुई जो धीरे-धीरे दोस्ती से प्यार में बदल गई थी गीता ने इस विषय में अपने मां को भी बताया था और अपनी मां की मुलाकात भी जगदीश से करवाई थी गीता की मां ने दोनों को घर बसाने की अनुमति दे दी थी 21 अगस्त 2022 को जगदीश चंद्र व गीता ने गैरड़ मंदिर अल्मोड़ा में शादी कर ली इसके बाद दोनों शादी का कोर्ट में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में लगे हुए थे गीता ने अपने सौतेले पिता और भाई के से जान को खतरा होने की आशंका से उनसे जान माल की सुरक्षा के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा को शिकायती पत्र देकर सुरक्षा की मांग के साथ-साथ उचित कार्रवाई करने के मांग की थी परंतु दिनांक 1 सितंबर 2021 को गीता की सौतेली भाई और पिता ने जगदीश जगदीश चंद्र को भिकियासैंण बाजार में पकड़ लिया और उसे अपने साथ गाड़ी में बिठा कर ले गए जिसकी सूचना घरवालों ने पुलिस प्रशासन को दी पुलिस खोजबीन में जुटी थी तो कुछ समय बाद उन्हें एक गाड़ी मिली जिसमें गीता के सौतेले पिता और भाई बैठे हुए थे गाड़ी में जगदीश का शव भी बरामद हुआ। पुलिस ने हत्यारोपी गीता के पिता जोगा सिंह भाई गोविंद सिंह को हिरासत में लिया और जगदीश के शव का पोस्टमार्टम करने के लिए रानीखेत भेज दिया ! 2 सितंबर 2022 को पोस्टमार्टम के बाद जगदीश के शव को उसके परिजनों को दे दिया गया। बता दें जगदीश के दो भाई और एक बहन है जिसमें जगदीश परिवार में सबसे छोटा था जगदीश दो बार सल्ट विधानसभा क्षेत्र से उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी से चुनाव भी लड़ा चुका था। इस घटना से परिवार बहुत सदमें में है!