हल्द्वानी दिनांक 19 सितम्बर 2022 को पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक के राज्य अध्यक्ष एडवोकेट डॉ प्रमोद कुमार के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विगत पचास दिनों से चल रहे पदों की विज्ञप्ति जारी करने की मांग को लेकर नर्सेज संगठन के आंदोलन को समर्थन दिया गया और पार्टी के राज्य अध्यक्ष एडवोकेट डॉ प्रमोद कुमार ने आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि नर्सेज संगठन की मांग जायज है हम नर्सेज संगठन को समर्थन देते हैं जब तक सरकार विज्ञप्ति जारी नहीं करती तब तक हम सब और हमारी पार्टी नर्सेज संगठन की मांगों को लेकर संघर्षरत रहेंगे अपनी बात रखते हुए संगठन के बबलू ने कहा कि आज पी पी आई के राज्य अध्यक्ष और कार्यकर्ता समर्थन देने आए इसके लिए उन्होंने धन्यवाद कहा और उन्होंने कहा कि नर्सेज संगठन
उत्तराखंड की आम जनता एवं मरीजों के नाम खुला पत्र जारी करते हुए पत्र को पढ़ा जो इस प्रकार है
आप सभी उत्तराखंड की आम जनता एवं सभी मरीजों को हम लाचार नर्सेज का सादर प्रणाम
हम आपको बताना चाहते हैं कि राज्य सरकार की असंवेदनशीलता एवं अनदेखी,साथ ही आप सभी उत्तराखंड के नागरिकों के अनजान होने के कारण हम पिछले 50 दिन से हल्द्वानी बुद्ध पार्क तिकोनिया में धरने पर बैठे हैं,हम आपको बताना चाहते हैं कि जब उत्तराखंड का कोई भी नागरिक चाहे वह किसी धर्म अथवा किसी भी जाति का हो बीमार होकर अस्पताल पहुंचता है तो हम नर्स ही सबसे अधिक समय उसको देते हैं,उसकी सेवा करते है कई गंभीर बीमारियां जोकि संक्रमण के द्वारा फैलती हैं,उस समय भी अपनी जान की परवाह किए बिना हम आप लोगों का इलाज करते हैं
अभी कुछ समय पहले की ही बात है जब एक अदृश्य शत्रु कोरोना ने पूरे प्रदेश सहित देश भर में आतंक मचाया हुआ था जब मानवता मर चुकी थी,जब अपने अपनों से दूरियां बना चुके थे तो उस समय भी अपनी जान को गिरवी रख कर हम लोगों ने आप लोगों की जान बचाने का काम किया,ध्यान रहे लाखों-करोड़ों की वैल्यू कोरोना के सामने बहुत कमजोर थी
हमें कई बार कोरोना हुआ,हमारे कई साथी आप लोगों की सेवा करते करते शहीद हो गए,लेकिन फिर भी हमने अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा के साथ निभाया,हमारे परिवार में भी हमारे माता-पिता थे,हमारे बच्चे थे हमारे भाई बहन थे,जिस तरह आप लोग घरों में छुप कर बैठे हुए थे यदि हम चाहते तो हम भी घरों में मैं बैठ सकते थे,लेकिन हमने ऐसा नहीं किया क्योंकि यदि हम ऐसा करते तो पता नहीं कितने लोगों की जान चली जाती
हम आपको बताना चाहते हैं कि राज्य सरकार उत्तराखंड द्वारा 12 दिसंबर 2020 को 2621 पदों पर स्टाफ नर्स की भर्ती हेतु विज्ञप्ति जारी की गई,जिसकी नियुक्ति आज तक नहीं हो पाई है हम जानते हैं हमारे परिवारजनों ने कितने कष्ट सहकर हमें नर्सिंग का कोर्स कराया,इस उम्मीद के साथ कल हमारी नौकरी लगेगी हमारा भविष्य अच्छा होगा
जब कोरोना से संघर्ष पूरा देश कर रहा था उस समय यही सरकार ने हमसे पूरा सहयोग लिया,ताकि देश कोरोनावायरस से जीत पाए
लेकिन आज 50 दिन से हम लगातार अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं,भूख हड़ताल पर बैठे हैं,लेकिन राज्य सरकार ने अपनी आंखें बंद करी हुई है,ना सिर्फ राज्य सरकार बल्कि आम जनता ने भी हमसे मुंह मोड़ा हुआ है
आखिर ऐसा क्यों?
सवाल राज्य सरकार से है और आम जनता अब आपसे भी है
जब आप लाचार होते हो तो हम याद आते हैं,हम काम आते हैं लेकिन आज जब आप लोगों की हमें जरूरत है,आपने क्यों मानवता खत्म करी हुई है?
हम सभी लाचार नर्सेज आप सभी से निवेदन करते हैं कि कृपया हमारा सहयोग कीजिए,हमारा साथ दीजिए,राज्य सरकार तक हमारी आवाज पहुंचाएं
क्योंकि अस्पतालों में हमारी भर्तियां नहीं हुई तो आप लोगों को भी अच्छा इलाज कभी नहीं मिल पाएगा,यह लड़ाई सिर्फ हम नर्सेज की नहीं है,आप लोगों के स्वास्थ्य के मौलिक अधिकार की भी है आप लोगों को अच्छा इलाज मिल सके इसकी भी है और आज भी इस संदेश को पढ़कर आप उत्तराखंड के नागरिक नहीं जगे तो कल ना सिर्फ हमारा भविष्य खराब है बल्कि प्रत्येक नागरिक का भविष्य खराब है,क्योंकि एक उम्र के बाद इलाज के लिए हर किसी को अस्पताल जाना है आज धरना प्रदर्शन करने वालों में बबलू, भगवती, मुकेश लसपाल, राजेश कुमार गौरव उप्रेती, हीना आर्या, नीरज, सुभाष, एडवोकेट डॉ प्रमोद कुमार, एडवोकेट गंगा प्रसाद सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे!