देहरादून। अंकिता हत्याकांड केस को गति देने के लिए एसआइटी ने पांच टीमें गठित की हैं। टीमों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है। इनमें से तीन टीमें आरोपितों से अलग-अलग जगहों पर बयान दर्ज करेगी, वहीं दो टीमें गवाहों के बयान दर्ज करेगी। इलेक्ट्रानिक साक्ष्य व वाट्सएप चैट की जांच के लिए एसटीएफ की मदद ली जा रही है। अंकिता की हत्या के 13 दिन बाद भी पुलिस उस वीआइपी का पता नहीं लगा पाई है, जिसका जिक्र अंकिता ने वाट्सएप चैट में किया था। ऐसे में पूछताछ में उस वीआइपी का पता चलने की संभावना है। हालांकि, सूत्रों की माने तो इसमें एक बड़े नेता के बेटे का हाथ सामने आ रहा है, जो कि घटना वाले दिन रिसार्ट में मौजूद था। पुलिस को ऋषिकेश की चीला नहर से एक मोबाइल भी बरामद हुआ है। अभी यह पता नहीं लग पाया है कि मोबाइल किसका है। मोबाइल फारेंसिक टीम को दिया गया है, जांच के बाद पता चल सकेगा कि मोबाइल पुलकित, अंकिता या किसी और का है।_साभार उत्तराखण्ड अभी अभी न्यूज़