
अल्मोड़ा। आज18 अक्टूबर, 2022 को विश्व बैंक सहयातित उत्तराखण्ड डिजास्टर रिकवरी परियोजना (यूडीआरपी-एएफ) के द्वारा वित पोषित के अन्तर्गत राज्य के समस्त जनपदों में सतत् प्रशिक्षण एवं क्षमता विकास किये जाने के सम्बन्ध में आज विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह की अध्यक्षता में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभी विभागों के विभागाध्यक्षों द्वारा इस कार्यशाला में सतत् प्रशिक्षण एवं क्षमता विकास किये जाने की बारीकियों को पावर पांइट के माध्मय से समझा। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को सम्बोन्धित करते हुये कहा कि सभी विभाग समय-समय पर विभागीय कार्यों की अद्यतन सूचना को जीआईएस (भौगोलिक सूचना तंत्र) में अपडेट करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आपदा के समय जीआईएस के माध्यम से सभी विभागीय जानकारी एक साथ मिल सके इसी के तहत यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि आपदा के दौरान सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, पर्यटन, पुलिस, वन आदि महत्वपूर्ण विभागों की सम्पूर्ण जानकारी जीआईएस सैल में मिल सकेंगी इसलिये सभी विभाग अपने-अपने विभाग की सम्पूर्ण जानकारी को जीआईएस सैल में अपडेट करना सुनिश्चित करें।
इस दौरान तकनीकी सलाहकार विश्व बैंक सहयातित उत्तराखण्ड डिजास्टर रिकवरी परियोजना (यूडीआरपी-एएफ) प्रो0 जे0एस0 रावत ने उपस्थित सभी अधिकारियों को पावर पांइट के माध्मय से महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि भविष्य में सभी विभागों की जानकारी एक ही प्लेटफार्म में मिल सके इसी के तहत यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सभी विभागों को ई-ऑफिस की कार्यप्रणाली के तहत जोड़ा जाना है इसलिय सभी विभाग अपने-अपने विभाग की महत्वपूर्ण जानकारी को समय-समय पर अद्यतन करना सुनिश्चित करें जिससे आपदा के समय महत्वपूर्ण विभागों की सूचना एक ही प्लेटफार्म में मिल सके। इस प्रशिक्षण में संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत जय किशन, उपजिलाधिकारी भिकियासैण गौरव पाण्डे सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला सूचना अधिकारी
अल्मोड़ा