अल्मोड़ा 02 सितम्बर, – जिलाधिकारी वन्दना सिंह की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ विभाग द्वारा किये जा रहे क्रिया-कलापो के सम्बन्ध में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा पीपीटी के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को देने का प्रयास किया जाय। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत शिशु एवं मातृ मृत्यु को कम करने के प्रयास करने के निर्देश दिये। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य के अन्तर्गत विद्यालयों में 09-12 कक्षा वाले छात्राओं की एनीमिया टैस्टिंग व उनका एक प्रोफाईल रजिस्ट्रर बनाया जाय।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के संस्थागत प्रसव के लिए उनका अभिमुखीकरण किया जाय। आशा, ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से महिलाआंे की काउसिलिंग की जाय जिससे वे संस्थागत प्रसव व मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की जानकारी प्राप्त कर सके। जिलाधिकारी ने कायाकल्प कार्यक्रम के अन्तर्गत आने वाले सभी चिकित्सालयों में जो कमियॉ है उन्हें चिन्ह्ति करते हुए उनका आगणन जिला कार्यालय को प्रेषित करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने पीसीपीएनडीटी कार्यक्रम के अन्तर्गत डिलीवरी सेन्टरों व मेडिकल स्टोरों का औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिये और यह देखा जाय कि उनके द्वारा बिना डाक्टरी परामर्श के दवाईयॉ तो नहीं दी जा रही है।
जिलाधिकारी ने ज्यादा लिगांनुपात वाले ब्लॉकांे में वर्कशाप आयोजित करने के निर्देश दिये जिसमें महिलाओं को ‘‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ‘‘ कार्यक्रम के साथ जोड़ते हुए उन्हें जागरूक करायें। इस बैठक में जिलाधिकारी ने कोविड-19 की तीसरी लहर के सम्बन्ध में आवश्यक तैयारियों व वैक्सीनेशन कार्यक्रम की भी समीक्षा की। उन्होंने कान्टेक्ट ट्रेसिंग को एक्टिवेट करने व हाई रिस्क एरिया वाले लोगों का ज्यादा से ज्यादा टैस्ट करने के निर्देश दिये। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 सविता हयांकी के अलावा चिकित्सा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।