अल्मोड़ा। स्याल्दे ब्लाक के नैल गांव में एक कदम गांव की ओर के माध्यम से कार्यक्रम आयोजित हुआ। मौके पर गांव से पलायन रोकने के लिए कौशल विकास आधारित स्वरोजगार पर जोर दिया गया।
रविवार को जूनियर हाईस्कूल परिसर में हुए कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने दीप जलाकर किया। उन्होंने कहा कि राज्य बनने के बाद पिछले दो दशकों से जिस तेजी से जिस तरह पहाड़ के गांवों से पलायन हो रहा है वह चिंताजनक है। इसका प्रमुख कारण मूलभूत समस्याएं। शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं ना होना है। एक और बड़ा कारण रोजगार है। अगर शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे बुनियादी जरुरतों को मजबूत किया जाए और सड़क, बिजली, पानी की मूलभूत समस्याओं समाधान कर दिया जाए तो 60 प्रतिशत पलायन रुक जाएगा। आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति ने कहा कि सरकारी नौकरियां कम होते जा रही है। पहाड़ में कोई बड़े उद्योग धंधाें की संभावना नहीं है। ऐसे हालात में सिर्फ एक चीज बच जाती है। वह है कौशल आधारित स्वरोजगार। जिसकी बहुत संभावनाएं है। इसके लिए सबसे पहले नौकरी की मानसिकता को खत्म करना होगा। पहाड़ में प्रचुर मात्रा में संसाधन है। खेती, किसानी, बागवानी से लेकर जड़ी बूटी तक। इसके अलावा डेयरी, बेकरी उद्योग, फूड प्रोसेसिंग, सिलाई, कताई, हस्तशिल्प। कई लोग सफल तरीके से कर रहे है। व्यक्तिगत या कलस्टर में समूह बनाकर आर्थोपार्जन किया जा सकता है। गांव में स्थानीय उत्पादों को लेकर महिलाएं बेहतर कार्य कर रही हैं।
कौशल एकेडमी इंटरनेशनल ने 52 बच्चों को निश्शुल्क होटल मैनेजमेंट का कोर्स कराया। जिसमें से 27 बच्चों का चयन हो गया है। उन्कों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर विधायक सल्ट महेश जीना, संयोजक चंद्र सिंह बौड़ाई, यशपाल रावत, गिरीश सिंह घुघत्याल, डा. केएस रावत, प्रवीण कुमार, गुसांई सिंह चौहान, ईश्वर चंद्र सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।